बाराबंकी। राष्ट्रीय कवि संगम अवध प्रान्त इकाई बाराबंकी के तत्वावधान में, भारतीय स्वतन्त्रता संग्राम सेनानी, अमर शहीद चन्द्र शेखर आजाद की जन्म जयन्ती पर स्व.चन्द्र मौलि वर्मा सभागार, में एक विराट कवि सम्मेलन एवं सम्मान समारोह का आयोजन किया गया। जिसके मुख्य अतिथि उपेन्द्र सिंह रावत, सांसद बाराबंकी तथा विशिष्ट अतिथि नगर के प्रसिद्ध नेत्र सर्जन डॉ. विवेक सिंह वर्मा, प्रबन्धक विजय लक्ष्मी आई हॉस्पिटल, की गरिमामयी उपस्थित रही। कार्यक्रम की अध्यक्षता डिस्ट्रिक्ट को-अॉपरेटिव बैंक चेयरमैन सिद्धांत पटेल ने की। कार्यक्रम का संचालन एवं संयोजन सुप्रसिद्ध ओज कवि पं. राम किशोर तिवारी किशोर ने किया। मां सरस्वती एवं चन्द्र शेखर आजाद के चित्र पर माल्यार्पण एवं पूजन अर्चन के उपरांत, प्रत्येक वर्ष एक वरिष्ठ कवि के नागरिक अभिनंदन की श्रृंखला में राष्ट्रीय कवि संगम के क्षेत्रीय अध्यक्ष एवं सुप्रसिद्ध ओज कवि शिवकुमार व्यास का नागरिक अभिनंदन किया गया। साथ ही के.पी. तिवारी को एवं प्रेम अवस्थी को उनकी साहित्यिक अभिरुचि एवं साहित्य संवर्धन में किए गए उत्कृष्ठ कार्यों के लिए संस्था ने सम्मानित किया।
शहीदों की चिताओं पर लगेंगे हर बरस मेले, इस पंक्ति को चरितार्थ करने का कार्य हमारे साहित्यकार बखूबी कर रहे हैं। ऐसे पवित्र आयोजन करके जिसके लिए वे सम्मान के पात्र हैं। चन्द्र शेखर आजाद सरीखे हजारों क्रांतिकारियों ने स्वाधीनता संग्राम में अपने प्राणों की आहुति दी है उनके बलिदानों के बदौलत ही हम आज आजाद भारत में स्वतंत्र रूप से सांस ले पा रहे हैं। इस लिए उनके बलिदानों को अपनी स्मृतियों में संजोकर रखना और राष्ट्र रक्षा हेतु हरदम तैयार रहना हमारा परम धर्म है। उक्त विचार मुख्य अतिथि उपेन्द्र रावत ने व्यक्त किये। विशिष्ट अतिथि डॉ. विवेक सिंह वर्मा ने चन्द्र शेखर आजाद को नमन करते हुए उनके व्यक्तित्व एवं कृतित्व पर संक्षिप्त प्रकाश डालते हुए कहा कि किसी भी क्षेत्र में कार्य करता हुआ व्यक्ति समाज सेवा करके देश की सेवा कर सकता है क्योंकि समाज सेवा भी देश सेवा ही है।
श्रेष्ठ गीतकार प्रियांशु गजेंद्र की वाणी वंदना से कार्यक्रम का आगाज हुआ। जिसमें शिव कुमार व्यास, गजेंद्र प्रियांशु, अनिल श्रीवास्तव डॉ. अम्बरीष अंबर, संचालक राम किशोर तिवारी, अजय प्रधान आदि कवियों ने काव्यपाठ किया। अध्यक्षता कर रहे सिद्धांत पटेल ने कार्यक्रम की सराहना करते हुए भविष्य में ऐसे कार्यक्रम होते रहें ऐसी अपील करते हुए सभी लोगों को आभार व्यक्त किया।
इस अवसर पर वरिष्ठ साहित्यकार डॉ. श्याम सुंदर दीक्षित, डा. विनय दास, अजय सिंह गुरु जी, साहित्यकार बलराम सिंह, पंकज कंवल, रमेश रावत, राजकुमार सोनी, नवीन राठौर, प्रदीप सारंग, रजत बहादुर वर्मा, वरिष्ठ पत्रकार रत्नेश, लता श्रीवास्तव आदि लोग उपस्थित रहे।
क्रांतिकारियों ने प्राणों की आहुति दी तभी हम आज आजाद भारत में स्वतंत्र रूप से सांस ले पा रहे हैं : उपेन्द्र रावत
Advertisement
Advertisement
Advertisement