
शाहजहांपुर। उत्तर प्रदेश आदर्श व्यापार मंडल जिला कमेटी के पदाधिकारियों की ओर से बिजली विभाग की ओटीएस योजना में कर्मचारियों द्वारा की गड़बड़ी के संबंध में एक ज्ञापन अधीक्षण अभियंता को दिया गया। जिसमें बताया गया कि शासनादेश में ओटीएस योजना में उपभोक्ता के पुराने बिलों को संशोधित कराकर ओटीएस योजना का लाभ प्रदान किया जाना चाहिए, परंतु विभागीय कर्मचारी अपने कंप्यूटर में पहले से ही अशुद्ध बिलों की राशि को आधार मानकर जबरदस्ती इस राशि को जमा करवा रहे हैं तथा उसकी आधार पर रजिस्ट्रेशन शुल्क भी जमा करवा रहे हैं। जो की गलत तरीका है। बिजली चोरी के मुकदमा वाले प्रकरण में उपभोक्ता से पहले ही भेजे नोटिस अथवा एस्टीमेट के आधार पर 35 प्रतिशत राशि जमा कराकर 65 प्रतिशत राशि की छूट देकर बकाया जमा कराकर प्रकरण का निस्तारण तो किया जा रहा है, परंतु जो उपभोक्ता एस्टीमेट के अनुसार जमा कर रहे हैं, उनका बकाया बिल में पुनः उसी राशि को दोबारा जोड़कर बिल आ रहा है, ज्ञापन में कहा गया कि विभाग में दलालों का जमावड़ा पूरे समय बना रहता है तथा जो पुराने बकाया बिल हैं, उसमें विभागीय कर्मियों की मिली भगत से शुद्ध कराकर हजारों रुपए के वारे न्यारे हो रहे हैं। ज्ञापन देने वालों में जिला अध्यक्ष पंकज वर्मा सरार्फ, जिला महामंत्री रमेश चंद्र शुक्ला, प्रदेश संगठन मंत्री तिलक राज भोला, जिला प्रभारी जसविंदर सिंह आदि लोग शामिल रहे।