बाराबंकी। पूरे जनपद स्तर में नारी सुरक्षा एवं सम्मान के प्रति महिलाओं को जागरूक करने के लिए महिला थानाध्यक्ष आशा शुक्ला द्वारा चलाए जा रहे अभियान का दृश्य शुक्रवार को विकासखंड देवा के ग्राम बरेठी पुरवा में कुछ अलग ही देखने को मिला। महिलाओं को जागरूकता संदेश देने के लिए गांव में पहुंची महिला थानाध्यक्ष आशा शुक्ला एवम् राजकीय बालिका इंटर कॉलेज की प्रधानाचार्य डॉक्टर सुविद्या वत्स और समाज सेविका उषा श्रीवास्तव का सबसे पहले गांव की दर्जनों महिलाओं ने फूल मालाओं से गर्मजोशी के साथ भव्य स्वागत किया। स्वागत के जवाब में जागरूकता टीम ने भी सभी महिलाओं को माला पहनाकर उनका उत्साहवर्धन किया। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए मुख्य अतिथि श्रीमती आशा शुक्ला ने सभी महिलाओं को चाइल्ड हेल्पलाइन नंबर 1098, इमरजेंसी एंबुलेंस नंबर 108 तथा 102, मुख्यमंत्री हेल्पलाइन नंबर 1076, घरेलू हिंसा हेतु डायल 112 नंबर की विस्तृत जानकारी देते हुए कहा कि इन नंबरों पर आपकी कॉल महिला कर्मी द्वारा ही रिसीव की जाएगी और आपका मोबाइल नंबर गोपनीय रखा जायेगा। इसलिए सभी महिलाएं बेहिचक सभी हेल्पलाइन नंबरों पर फोन मिला कर शिकायत कर सकती हैं। श्रीमती शुक्ला ने सरकार द्वारा चलाई जा रही मुख्यमंत्री कन्या सुमंगला योजना, मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना, प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना, विधवा पेंशन जैसी योजनाओं के बारे में भी विस्तार पूर्वक जानकारी दी। इसके साथ ही महिलाओं को साइबर अपराध से बचने के लिए भी उपाय बताएं और यह भी कहा कि सभी माताएं अपने बेटे और बेटियों में फर्क ना समझें। बेटियों को भी अपने बेटों की तरह पालन पोषण कर अच्छी शिक्षा दिलाएं। बेटियों के लिए विशेष रुप से उन्होंने कहा कि बेटियां मोबाइल का उपयोग सिर्फ और सिर्फ पढ़ाई के लिए ही करें। मोबाइल का कतई दुरुपयोग ना किया जाए। विशिष्ट अतिथि के रुप में पधारी राजकीय बालिका इंटर कॉलेज की प्रधानाचार्य डॉक्टर सुविद्या वत्स ने कहां कि आज हमारे समाज में दहेज की मांग बढ़ती चली जा रही है जिस पर विराम लगाया जाए। हम सभी लोग बेटियों की शिक्षा को ही दहेज समझे।इसलिए मैं आप लोगों से अपील करती हूं कि बेटियों को अच्छी से अच्छी शिक्षा दिलाएं तथा स्कूल जाते आते समय तथा मोबाइल का उपयोग करते समय उन पर ध्यान भी रखा जाए। इसके साथ ही जनकल्याण किसान एसोसिएशन के चेयरमैन धर्म कुमार यादव, समाज सेविका उषा श्रीवास्तव आदि ने भी महिला जागरूकता के विषय में अपने अपने विचार व्यक्त किए। इस अवसर पर कार्यक्रम आयोजिका सरला यादव, उमेश यादव, अर्पित तिवारी, अंजनी कुमार, इमामुल, समाजसेवी सत्यनाम यादव, पूर्व बीडीसी रामखेलावन रावत, अनूपा यादव, जयकरन यादव, स्नेहा यादव, आयुषी यादव, सविता यादव व पुलिस टीम मीना कुमारी, सविता यादव, बंदना पाल, शिवप्रसाद, राम प्रकाश यादव आदि सहित सैकड़ों महिलाएं उपस्थित रहीं।
बेटियों की शिक्षा को ही दहेज समझें : डॉ सुविद्या वत्स
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