लाखों रूपये देख मन डोला, दोस्तों के साथ मिलकर बनाई लूट योजना, हुए गिरफ्तार

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शाहजहाँपुर। थाना रोजा व एसओजी की संयुक्त टीमद्वारा चोरी व लूट की घटनाओं के विरुद्ध चलाये जा रहे अभियान बीती रात करीब 2.40 बजे विशाल जयसवाल पुत्र विनोद जयसवाल निवासी सहदेवपुर थाना निगोही जनपद शाहजहाँपुर व उसके साथी कमल गुप्ता पुत्र रामदास गुप्ता निवासी मोहल्ला सूर्य नगर थाना कलान जिला शाहजहाँपुर व पुरुषोत्तम पुत्र भूरे सिंह यादव निवासी ग्राम वजीरगंज थाना कलान जनपद शाहजहाँपुर को अटसलिया की ओर करीब 50 कदम दूरी से गिरफ्तार किया गया, जिनके कब्जे से बरामदगी 2,72,330 रूपये नगद मय तीन पिठ्ठू बैग व तीन अदद मोबाइल फोन व घटना मे प्रयुक्त वाहन स्पलेन्डर मोटरसाईकिल बिना नम्बर प्लेट बरामद हुए।
बता दें कि 24 नवम्बर को विशाल जयसवाल पुत्र विनोद जयसवाल निवासी सहदेवपुर थाना निगोही शाहजहाँपुर जो नई बस्ती धर्मपुर कलान मे देशी शराब सोल्जर ब्रान्ड के ठेके पर सेल्समेन था सूचना दी थी दो अज्ञात बाइक सवार सूपीरियर अन्डस्ट्रीज निवाजपुर जहाँ वह 3,77,120 रूपये बैग मे रखकर जमा करने आया था उसका रूपयों से भरा बैग छीनकर फरार हो गये।
गिरफ्तार विशाल ने बताया कि यह रूपये मैने जो 25 नवम्बर 2023 को थाना रोजा मे मुकदमा लिखाया था जिसकी घटना 24 नवम्बर 2023 की समय 05.00 बजे शाम को बैग छीनने को लेकर अज्ञात दो मोटरसाईकिल सवार व्यक्तियों के विरुद्ध लिखायी थी। यह वही रूपये हैं, हम तीनो ने साजिश करके मालिक के रूपये गबन करना चाहते थे। किन्तु आप ने पकड़ लिया है। बारी बारी पूछने पर पुरुषोत्तम तथा कमल गुप्ता ने बताया कि घटना के बाद हम दोनो फरुख्खाबाद चले गये थे तथा वहां एक होटल मे रुके थे। पुरुषोत्तम ने बताया कि साहब एक लाख रूपये मैने अपने बैंक आफ बड़ौदा के खाता सं0 12570100027470 में शिव रतन जनसेवा केन्द्र लक्ष्मी नरायण धर्मशाला अग्रवाल ट्रस्ट के सामने ,निकट रेलवे स्टेशन फरुख्खाबाद से जमा करा दिये थे। जनसेवा केन्द्र वाला इतने सारे रूपये जमा करने को मना कर रहा था, मैने जब उससे ज्यादा अनुरोध किया तो उसने मेरे खाते मे फोन पे यूपीआई के माध्यम से जमा कर दिये। कमल गुप्ता ने बताया कि साहब विशाल ने ही हम दोनो से पूरी स्कीम बतायी थी कि इन रूपयों को छीनने के बाद आपस मे बराबर बराबर कर लेंगे। विशाल ने कहा कि मुझे रूपयों की शख्त जरूरत है और मांगने पर कोई मदद नही कर रहा है तो हम दोनो इसकी बातों मे आ गये और इस घटना की योजना बनायी। जो एक लाख रूपये पुरुषोत्तम ने अपने खाते मे जमा कराये थे, उन एक लाख रूपयों के अलावा बाकी सब रूपये हमने यहीं पर बटवारा कर लिया था, करीब चार हजार रूपये हम दोनो से फरुख्खाबाद मे होटल मे रूकने मे खर्च हो गये थे।

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