मसौली,बाराबंकी। उम्मीद किरन सेवा संस्थान के तत्वाधान मे गुरुवार को जिला राष्ट्रीय मानसिक एव स्वास्थ्य विभाग द्वारा सीएचसी बड़ागांव मे जागरूकता गौष्ठी का आयोजन किया गया।मनोचिकित्सक डॉ प्रेम प्रकाश की अध्यक्षता में आयोजित कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए मनोचिकित्सक डॉ प्रेम प्रकाश ने कहा कि स्वास्थ्य की देखभाल हेतु मानसिक रूप से स्वस्थ होना अति आवश्यक है। मानसिक स्वास्थ्य का आशय भावनात्मक मानसिक तथा सामाजिक संपन्नता से लिया जाता है। यह मनुष्य के सोचने, समझने, महसूस करने और कार्य करने की क्षमता को प्रभावित करता है। मानसिक विकार में अवसाद दुनिया भर में सबसे बड़ी समस्या है। यह कई सामाजिक समस्याओं जैसे- बेरोजगारी, गरीबी और नशाखोरी आदि को जन्म देती है।मानसिक रोगों के विभिन्न प्रकारों के तहत अल्जाइमर रोग, डिमेंशिया, चिंता, आटिज्म, डिस्लेक्सिया, डिप्रेशन, नशे की लत, कमजोर याददाश्त, भूलने की बीमारी एवं भ्रम आदि आते हैं। इसके लक्षण भावनाओं, विचारों और व्यवहार को प्रभावित करने की क्षमता रखते हैं। उन्होंने ने कहा कि उदास महसूस करना, ध्यान केंद्रित करने की क्षमता में कमी, दोस्तों और अन्य गतिविधियों से अलग होना, थकान एवं निद्रा की समस्या आने लगती है। सीएचसी अधीक्षक डॉ संजीव कुमार ने कहा कि मानसिक रूप से बीमार व्यक्ति को भी गरिमा के साथ जीने का अधिकार है।राष्ट्रीय आरोग्य निधि योजना के तहत गरीब रोगियों को वित्तीय मदद भी की जाती है। इसके उपरांत पंचायत भवन बड़ागांव मे ग्रामीणों को जागरूक किया।
इस मौके पर प्रभारी चिकत्सिका अधिकारी डा संजीव कुमार, क्लीनिकल साइक्लोलिजस्ट विनोद पाल, प्रशांत दीक्षित, अहमद अब्बास, डॉ प्रीति वर्मा, डॉ वीके मौर्या, एच ईओ आशाराम चैधरी, अशोक कुमार, अतुल सिंह सहित अन्य लोग मौजूद रहे।
राष्ट्रीय मानसिक एव स्वास्थ्य विभाग द्वारा जागरूकता गौष्ठी का आयोजन
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