लखनऊ:उत्तर प्रदेश के जलशक्ति मंत्री स्वतंत्रदेव सिंह ने विभागीय अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि सभी नवीन बाढ़ परियोजनाओं को 30 मई, 2023 तक प्रत्येक दशा में पूर्ण कर लिया जाए। निर्माणाधीन नवीन परियोजनाओं के पूर्ण हो जाने से क्षेत्रीय जनमानस को बाढ़ से बचाव हो सकेगा।
उत्तर प्रदेश के जल शक्ति मंत्री स्वतंत्र देव सिंह ने यह निर्देश कल देर शाम सिंचाई एवं जल संसाधन विभाग के मुख्यालय स्थित सभागार में बाढ़ कार्यों की समीक्षा बैठक कर विगत दिनों बाढ़ नियंत्रण परिषद की 55वीं स्थाई संचालन समिति द्वारा अनुमोदित 259 नवीन बाढ़ परियोजनाओं की समीक्षा के अवसर पर दिया।
जलशक्ति मंत्री ने बाढ़ परियोजनाओं के गुणवत्तापरक कार्य एवं सतत अनुश्रवण हेतु क्षेत्रीय मुख्य अभियंताओं, अधीक्षण अभियंताओं एवं अधिशासी अभियंताओ को निर्देश देते हुए कहा कि निर्माणाधीन परियोजनाओं की गुणवत्ता और समय सीमा का विशेष ध्यान रखा जाए तथा इस कार्य में किसी प्रकार की लापरवाही न बरती जाए, लापरवाही पाए जाने पर संबंधित के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
जलशक्ति मंत्री ने निर्देश दिया कि 05 करोड़ से अधिक लागत की परियोजनाओं के अनुश्रवण हेतु सीसीटीवी कैमरा भी लगाया जाए। उन्होंने निर्देश दिया कि निर्माणाधीन परियोजनाओं को निर्धारित समय सीमा में पूर्ण करने के लिए प्रत्येक परियोजना पर जूनियर इंजीनियर और असिस्टेंट इंजीनियर की ड्यूटी लगाई जाए।
बैठक में प्रमुख सचिव सिंचाई एवं जलसंसाधन विभाग अनिल गर्ग, प्रमुख अभियंता एवं विभागाध्यक्ष अनिल कुमार, प्रमुख अभियंता परिकल्प एवं नियोजन आलोक कुमार जैन, प्रमुख अभियंता परियोजना अखिलेश कुमार एवं मुख्य अभियंता बाढ़ के0बी0 लाल सहित अन्य सम्बंधित अधिकारी एवं कर्मचारी उपस्थित थे।
जल शक्ति मंत्री श्री स्वतंत्रदेव सिंह ने की बाढ़ कार्यों की समीक्षा बैठक
Advertisement
Advertisement
Advertisement