UP Weather: उत्तर प्रदेश में राजधानी लखनऊ के साथ ही पूरे यूपी में गर्मी का कहर लगातार बढ़ता जा रहा है. शनिवार के दिन तेज धूप रही और कुछ जगहों पर हल्के बादल भी दिखाई दिए. आने वाले दिनों में मामूली बदलाव मौसम में देखे जा सकेंगे. मौसम विभाग की माने तो पश्चिमी विक्षोभ के 10 अप्रैल को एक्टिव होने का अनुमान है. वैसे पश्चिमी यूपी में मौसम के शुष्क बने रहने की आशंका है लेकिन पूर्वी की कई जगहों पर गरज-चमक और बौछारें भी पड़ सकती हैं. सात अप्रैल से ही मौसम में इन बदलावों को देखा जा सकेगा.
लखनऊ समेत प्रदेश के अधिसंख्य जिलों में सामान्य से तेज बारिश होने की संभावना है। साथ ही कहीं कहीं पर बिजली गिर सकती है। पश्चिमी विक्षोभ का प्रभाव 10 तारीख की रात से दिखने लगेगा। पूरी तरह प्रभाव शुरू होने के बाद बारिश के साथ तेज आंधी भी आ सकती है। अमौसी स्थित मौसम केन्द्र के वरिष्ठ वैज्ञानिक अतुल कुमार सिंह के अनुसार इसका असर व्यापक होगा। पश्चिमी विक्षोभ गुजर जाने के बाद रात के तापमान में गिरावट होगी। ऐसे में आने वाले दो सप्ताह भीषण गर्मी जैसी परिस्थिति बनने की संभावना है। हीट वेव की आशंका के बीच स्कूल-कॉलेजों के समय में बदलाव के आदेश जारी हो गए हैं।
गर्मी बढ़ने के संकेत
अप्रैल में ही प्रचंड गर्मी पड़ने के भी संकेत हैं। मौसम विभाग के पूर्वानुमान को देखते हुए जिलाधिकारी ने जिले के सभी विभागाध्यक्षों से हीटवेव यानी लू से बचाव के लिए जरूरी दिशा निर्देश दिए हैं। पार्कों, पर्यटन स्थलों समेत अन्य भीड़ वाले स्थानों पर निःशुल्क प्याऊ और छाया का इंतजाम करने का निर्देश दिया है। कालेजों तथा प्राथमिक विद्यालयों के समय में परिवर्तन कराने के निर्देश भी लखनऊ के डीएम ने दिए हैं।
साथ ही कहा है कि दिन में खेल गतिविधियां या फील्ड विजिट जैसे क्रियाकलाप न करें। मनरेगा के तहत कार्य करने वाले श्रमिकों से दोपहर में काम न लेने का निर्देश दिया है। डीएम सूर्य पाल गंगवार ने बताया कि शासन की ओर से इस संबंध में निर्देश दिए गए हैं। उन्होंने विभिन्न विभागों को पार्कों और सार्वजनिक स्थानों पर लू से बचाव और सुरक्षा संबंधित पोस्टर लगाने के निर्देश भी दिए ताकि आमजन जागरूक हो सकें। इसके अलावा अस्पतालों में ओआरएस, लू में दी जाने वाली दवाओं की उपलब्धता बनाने के निर्देश दिए हैं। डीएम ने ग्रामीण क्षेत्रों के लिए एसडीएम को भी दिशा निर्देश जारी किए हैं। इनके तहत लेखपाल, कानूनगो और ग्राम प्रधान के माध्यम से हीट वेव से बचाव के संबंध में प्रशिक्षण देने का निर्देश है। शहरी क्षेत्र में यह जिम्मेदारी उच्च शिक्षा अधिकारी, जिला विद्यालय निरीक्षक और बेसिक शिक्षा अधिकारी को दी है।