बहराइच । किसानों की समस्याओं का त्वरित निस्तारण कराये जाने के उद्देश्य से जिलाधिकारी मोनिका रानी की अध्यक्षता में विकास भवन सभागार में किसान दिवस आयोजित हुआ। बैठक में जिलाधिकारी मोनिका रानी ने जनपद के किसानों तथा कृषक उत्पादक संगठनों द्वारा किये जा रहे इनोवेटिव एक्टिविटी का फीड बैक लिया।बैठक के दौरान उप निदेशक कृषि टी.पी. शाही ने जिलाधिकारी को बताया कि राज्य स्तरीय फल एवं पुष्प प्रदर्शनी लखनऊ में जिले के कृषि की विविधीकरण पद्धति जैसे केला, बैगन, खरीफ प्याज तथा विधाओं में उत्कृष्ट कार्य करने वाले गुलाम मोहम्मद जरवल को प्रथम एवं द्वितीय (बेर), श्री फरीद अहमद जरवल को लम्बा बेर उत्पादन में तृतीय, अनस अहमद, काजीपुरा मिश्रित फूलों की शहद में प्रथम एवं द्वितीय पुरस्कार श्री परवेश मौर्य नैनिहा मिहींपुरवा को गमले में ब्रोकली एवं खरीफ प्याज उत्पादन पर प्रथम एवं द्वितीय, श्रीमती देवकी वर्मा पुरैना मिहींपुरवा को शिमला मिर्च में द्वितीय एवं लालता प्रसाद गुप्ता सोहरवा को केला जी-9 में प्रदेश में द्वितीय पुरस्कार एवं प्रशस्ति पत्र प्रदान कर महामहिम राज्यपाल उ.प्र. श्रीमती आनन्दीबेन पटेल तथा मुख्यमंत्री उ.प्र. योगी आदित्यनाथ जी द्वारा सम्मानित किया गया है जो जिले के लिए गौरव की बात है। जिलाधिकारी मोनिका रानी ने प्रदेश स्तर पर सम्मानित प्रगतिशील किसानों को विकास भवन सभागार में आयोजित किसान दिवस में सम्मानित किया। जिलाधिकारी ने सभी उपस्थित किसानों तथा कृषक उत्पादक संगठनों को इन सम्मानित प्रगतिशील किसानों से सीख लेकर तथा नया इनोवेशन कर राज्य स्तर (भारत सरकार) पर सम्मान प्राप्त करने हेतु प्रयास करने का आहवान किया। किसान दिवस बैठक में बहराइच फार्मर प्रोडूसर कम्पनी रिसिया मोड़ बहराइच के साथ श्रीमती राम प्यारी प्रोपराइटर उन्नति जैविक इकाई, निबिया बेगमपुर रिसिया द्वारा अपने जैविक उत्पाद पौध वर्धक एवं पौध रक्षक जैविक खाद्य के बारे में किसानों को जानकारी दी तथा उपस्थित किसानों को उनके उत्पाद क्रय कर खेतों में उपयोग करने की सलाह दी। जिलाधिकारी द्वारा उपरोक्त किसानों के साथ रामप्यारी को भी अंगवस्त्र देकर सम्मानित कर इनके समूह के द्वारा किये जा रहे कार्यो की प्रशन्सा की। जिलाधिकारी ने उपस्थित किसानों को अवगत कराया कि श्रीमती प्यारी के कार्यो की तारीफ मा. प्रधानमंत्री भारत सरकार द्वारा अपने मन की बात कार्यक्रम में भी की गयी है।बैठक में उपस्थित शिवा फार्मर एग्रो प्रोडूसर कम्पनी के निदेशक सचिव, अमित सिंह ने बताया कि उनके एफपीओ का एनटीपीसी टांडा एवं उचाहार में टेण्डर के माध्यम से 5500 टन कोयला आपूर्ति का करार होने वाला है। किसान दिवस बैठक के दौरान किसानों की समस्याओं के निस्तारण के लिए जिलाधिकारी दृढ़ संकल्प दिखी। उन्होनें बैठक में अनुपस्थित डीएफओ कतर्निघाट, अधि. अभि. विद्युत बहराइच का वेतन अग्रिम आदेशों तक आहरण पर रोक लगाने के निर्देश। बैठक में उपस्थित कृषक एवं एडवोकेट संजीव श्रीवास्तव द्वारा उपस्थित किसानों को जैविक/प्राकृतिक खेती अथवा विष मुक्त खेती करने की सलाह दी। तथा सभी किसानों को नशामुक्त बनाने का आहवान किया। बैठक में उपस्थित प्रगतिशील कृषक गुलाम मोहम्मद जरवल ने कृषि विज्ञान केन्द्र बहराइच में उपलब्ध ड्रोन का उपयोग खेतों नैनो यूरिया, डीएपी के छिड़काव के लिए उपलब्ध कराने का आग्रह किया गया। जिलाधिकारी प्रभारी अधिकारी कृषि विज्ञान केन्द्र डॉ शैलेन्द्र कुमार सिंह को आवश्यक कार्यवाही के निर्देश दिये। बैठक में उपस्थित किसानों द्वारा अधिक विद्युत बिल जारी करने, ग्राम पंचायत भखला गोपालपुर में पीएम हर घर जल योजना से स्थापित पानी की टंकी से जल वितरण के निर्देश सम्बन्धित अधिकारी को दिये। भारतीय जनता पार्टी बहराइच के पूर्व अध्यक्ष संचित सिंह एवं हरीशरण सिंह उर्फ बब्बन सिंह ने त्रिकोलिया, बनकटा, मधनगरा, मोहम्मदपुर ककरहा तथा हुजूरपुर के कई ग्रामों में नील गाय व बन्दरों की समस्या के सम्बंध में जिलाधिकारी को अवगत कराया। डीएम ने इस सम्बंध में सम्बन्धित क्षेत्र पंचायत समितियों के माध्यम से सम्बन्धित खण्ड विकास अधिकारी को निस्तारण के निर्देश दिये। बैठक में उपस्थित उप निदेशक कृषि एवं जिलाधिकारी द्वारा कृषक एवं एफपीओ निदेशक, विशेश्वरगंज पी.सी. गिरी द्वारा किसानों के घर-घर जाकर ईकेवाईसी करने की प्रशंसा की।इस अवसर पर जिला खाद्य विपणन अधिकारी संजीव कुमार सिंह, भूमि संरक्षण अधिकारी सौरभ वर्मा, उप सम्भागीय कृषि प्रसार अधिकारी उदय शंकर सिंह, एआर कोआपरेटिव संजीव कुमार तिवारी, पीपीओ प्रियानन्दा, सहायक अभियन्ता जल निगम सौरभ वर्मा, वरिष्ठ उद्यान निरीक्षक विजय कुमार, एलडीएम प्रतिनिधि मनोज कुमार वर्मा, एई जल निगम रवि प्रताप सिंह, एई लघु सिचाई, केबीके के डॉ प्रमोद कुमार सिंह, प्रगतिशील कृषक ओंकार नाथ पाण्डेय सहित प्रगतिशील कृषक, एफपीओ निदेशक सदस्य एवं अन्य विभागों के अधिकारी, कर्मचारी तथा बड़ी संख्या में कृषक मौजूद रहे।
कृषि आधारित अन्य व्यवसाय अपनाने की किसानों को दी गयी सलाह : डीएम
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