उत्तर प्रदेश में कड़ाके की ठंड पड़ रही है, शीतलहर का प्रकोप गहराता जा रहा है। साथ ही पाला पड़ने के आसार बढ़ गए हैं, इसी बीच मौसम विभाग ने उत्तरी भारत के कई इलाकों में पाला पड़ने की चेतावनी जारी की है।
हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड, पूर्वी राजस्थान, हरियाणा और पंजाब में पाला पड़ने से फसल को नुकसान हो सकता है.मौसम विभाग का अनुमान है कि अभी दो-तीन दिन शीतलहर जारी रहेगी। शीतलहर से प्रभावित प्रदेश के उत्तर पश्चिमी हिस्से में कहीं-कहीं पाला पड़ेगा। पाला पड़ने से फसलों के नुकसान की आशंका बनी हुई है। मेरठ सबसे ठण्डा स्थान रहा, जहां रात का पारा 2.9 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।
2 दिन तक जारी शीतलहर
मौसम विभाग के अनुसार, सर्द उत्तर पश्चिमी हवा के असर के चलते रात के तापमान में आई भारी गिरावट के कारण प्रदेश के पश्चिमी और जुड़े हुए मध्यवर्ती इलाकों में शीतलहर जारी है। इस वजह से अत्यधिक घने कोहरे की परत के चलते दिन में धूप नहीं निकल रही है और सीवियर कोल्ड डे यानि अति शीत दिवस का माहौल बना हुआ है। फिलहाल अगले दो दिनों तक यही सिलसिला जारी रहेगा। इसके बाद सतही स्तर पर हवा का रुख बदल कर पुरवा होने की स्थिति में मौसम में बदलाव की संभावना है। 17 जनवरी से कुछ राहत मिल सकती है।
बीते 24 घंटे के दौरान राज्य में अनेक स्थानों पर कहीं घना तो कहीं बहुत घना कोहरा छाया रहा। पूर्वी उत्तर प्रदेश में कहीं-कहीं सीवियर कोल्ड डे की स्थिति बनी हुई है यानि धूप नहीं निकल रही और दिन में भी घना कुहासा बना रहा। शनिवार को रात का तापमान गोरखपुर मण्डल में सामान्य से काफी कम, कानपुर, मुरादाबाद, आगरा, मेरठ मण्डलों में सामान्य से कम दर्ज किया गया। दिन का तापमान गोरखपुर मण्डल में सामान्य से काफी कम, वाराणसी, अयोध्या, कानपुर, लखनऊ, बरेली, मुरादबाद और मेरठ मण्डल में सामान्य से कम दर्ज किया गया।
फसलो का नुकसान
विशेषज्ञों के अनुसार, पाले से फसलों को नुकसान का अंदेशा है। खासतौर पर आलू, सरसों, राई, दलहनी फसलें, प्याज, मिर्च, बैंगन और टमाटर की फसल को नुकसान पहुंच सकता है।