बहराइच । बुधवार को देर शाम कलेक्ट्रेट सभागार में आयोजित जिला पर्यावरणीय समिति की बैठक की अध्यक्षता करते हुए जिलाधिकारी मोनिका रानी ने उपायुक्त स्वतः रोजगार व मनरेगा तथा डी.पी.आर.ओ. को निर्देश दिया कि सीडीपीओ से समन्वय कर गर्भवती महिलाओं तथा बच्चों की सूची प्राप्त कर तद्नुसार आंगनबाड़ी केन्द्रों तक फलदार एवं औषधीय पौधों की आपूर्ति सुनिश्चित कराई जाय। डीएम ने कहा कि लक्षित महिलाओं एवं बच्चों जिनके घरों पर पौधरोपण हेतु भूमि उपलब्ध है उन्हें 02-02 पौध उपलब्ध कराए जाए। पौधरोपण अभियान के प्रति जनजागरूकता के उद्देश्य से डीएम ने उत्सव के रूप में पौध वितरित कराए जाने का सुझाव दिया।
डीएम ने उपायुक्त एन.आर.एल.एम. एवं मनरेगा तथा डीपीआरओ को निर्देश दिया कि लेखपालों व ग्राम सचिवों के माध्यम से गावों में रोड के किनारे पौधरोपण कराने तथा रोपित किये गये पौधों की सुरक्षा हेतु आवश्यक प्रबन्ध करने के निर्देश दिये। डीएफओ बहराइच संजय शर्मा द्वारा विभागों द्वारा किये गये अग्रिम मृदा कार्य का सत्यापन कराये जाने के सुझाव पर डीएम ने सम्बन्धित विभागों को नोडल अधिकारी नामित कर सत्यापन कराने तथा एक सप्ताह में रिपोर्ट प्रेषित करने के निर्देश दिये गये। डीएम ने यह भी कहा कि यदि किसी विभाग में मृदा कार्य नहीं हुआ है तो यथाशीघ्र पूरा कर लिया जाय। डीएम ने डी.पी.आर.ओ. को निर्देश दिया कि विकासखण्डवार रोस्टर निर्धारित कर ग्राम प्रधानों से अपेक्षित सहयोग प्राप्त कर पौधरोपण अभियान को सफल बनाएं।
बैठक के दौरार डीएफओ शर्मा ने बताया कि शासन स्तर से औद्योगिक विकास विभाग को 12,000 पौध रोपण का लक्ष्य प्राप्त है। परन्तु उक्त कार्यालय जनपद अयोध्या में स्थापित है। इसलिए उचित होगा कि उक्त लक्ष्य अन्य विभाग को आवंटित कर दिया जाय। इस सम्बन्ध में डीएम ने औद्योगिक विकास विभाग को आवंटित लक्ष्य उद्योग विभाग को शिफ्ट करने का निर्देश दिया। डीएफओ ने यह भी बताया कि पौधरोपण अभियान के प्रति छात्र-छात्राओं में जनजागरूकता लाए जाने के उद्देश्य से वन विभाग द्वारा 01 जुलाई से 07 जुलाई 2023 तक 06 विद्यालयों का चयन किया गया है जहॉ वन विभाग की ओर से सभी छात्र-छात्राओं को 02-02 फलदार पौध का वितरण किया जाएगा। इस बात पर डीएम ने प्रसन्नता व्यक्त करते हुए अभियान की सफलता के युवाओं का जागरूक होना बेहद ज़रूरी है।
जिलाधिकारी मोनिका रानी द्वारा सरयू नदी में गिरने वाले नालों की जानकारी करने पर अधिशासी अधिकारी न.पा.परि. बहराइच ने बताया कि जनपद के कुल 08 नाले सरयू नदी में गिरते हैं। डीएम ने वन व राजस्व विभाग तथा नगर पालिका को संयुक्त रूप नालों का सर्वेक्षण रिपोर्ट प्रेषित किये जाने का निर्देश दिया। जिले को प्रतिबन्धित प्लास्टिक से मुक्त किये जाने के सम्बन्ध में डीएम ने सम्बन्धित कार्यालयाध्यक्षों को निर्देश दिया कि जन-जागरूकता कार्यक्रमों के माध्यम से इस अभियान को जन आन्दोलन का रूप दिया जाय।
जनपद के बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में सरयू नदी के निकटस्थ गॉवों में बॉस के पौधों का रोपण कर मृदा क्षरण को रोकने के सम्बन्ध में डीएफओ श्री शर्मा ने बताया कि वन विभाग द्वारा नेशनल बैम्बू मिशन योजना के अन्तर्गत वार्षिक कार्ययोजना 2021-22 के सापेक्ष वर्ष 2022-23 में कुल 07 हेक्टेयर क्षेत्रफल में बॉस का रोपण कराया गया है। जिसके अन्तर्गत महसी तहसील अन्तर्गत ग्राम-एरिया में 05 हे. क्षेत्र में 2250, ग्राम-भौरी में 01 हे. क्षेत्र में 450 बॉस के पौधे तथा तहसील-कैसरगंज अन्तर्गत ग्राम-इच्छापुर में 01 हे. क्षेत्र में 450 बॉस के पौधों का रोपण कृषकों की भूमि पर कराया गया है। जिस लिए कृषकों को रू. 60/- प्रति पौधों की दर से कुल 1,89,000=00 का भुगतान किया जा चुका है। डीएम मोनिका रानी ने वन विभाग को निर्देश दिया कि बाढ़ प्रभावित गॉवों की सूची प्राप्त कर बॉस पौधरोपण हेतु उप निदेशक कृषि को प्रस्ताव प्रेषित कर लाभार्थियों/कृषकों की सूची प्राप्त कर बॉस पौधारोपण को प्रोत्साहित करें ताकि बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में कटान पर प्रभावी अंकुश लग सके। बैठक में मुख्य विकास अधिकारी कविता मीना सहित अन्य सम्बन्धित विभागों के अधिकारी तथा जिला पर्यावरणीय समिति के सदस्यगण मौजूद रहे।
डीएम की अध्यक्षता में जिला पर्यावरणीय समिति की बैठक
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