बहराइच। जिलाधिकारी मोनिका रानी ने सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र फखरपुर का निरीक्षण कर चिकित्सकों व पैरा मेडिकल स्टाफ की उपस्थिति, दवाओं की उपलब्धता, भवन व परिसर की साफ-सफाई, औषधि वितरण काउण्टर, पंजीकरण काउण्टर, इमरजेन्सी वार्ड व सामान्य वार्ड, प्रसव कक्ष, ओपीडी इत्यादि का निरीक्षण कर मरीज़ों व उनके तीमारदारों से आवश्यक जानकारी प्राप्त की।
औषधि वितरण काउण्टर के निरीक्षण के दौरान औषधियों की उपलब्ध का जायज़ा लेते हुए प्रभारी चिकित्साधिकारी को निर्देश दिया कि आवश्यकतानुसार दवाओं की उपलब्धता के साथ-साथ संभावित बाढ़ के दृष्टिगत एन्टीरैबीज़ व एन्टीवेनम डोज़ की उपलब्धता सुनिश्चत करें। मरीज़ों बहुसंख्या को मद्देनज़र रखते हुए काउण्टर की संख्या बढ़ाएं जाने के निर्देश दिये। डीएम ने निर्देश दिया कि रिकार्ड एवं स्टाक बुक को अद्यतन रखा जाय। पंजीकरण काउण्टर के निरीक्षण के दौरान पाया गया कि अपरान्ह 12ः30 बजे तक 161 मरीज़ों का पंजीकरण किया गया है। डीएम ने निर्देश दिया कि पंजीकरण में क्रमांक का भी अंकन किया जाय।
ओ.पी.डी. के निरीक्षण के दौरान पाया गया कि डॉ. विवेक रंजन द्वारा 15, डॉ. नरेन्द्र सिंह द्वारा 13, डॉ. शशिभूषण यादव द्वारा 28, डॉ. सुनील द्वारा 45, डॉ. श्वेता यादव द्वारा 16, डॉ. संतोष कुमार द्वारा 27 मरीज़ों का स्वास्थ्य परीक्षण किया गया था। इमरजेन्सी कक्ष के निरीक्षण के दौरान समुचित साफ-सफाई न पाये जाने पर नियमित रूप से बेड शीट को बदलने तथा समस्त रिकार्ड को साफ-सुथरे ढंग से दर्ज करने के निर्देश दिये गये। डीएम ने यहां पर भर्ती 02 मरीज़ों से स्वास्थ्य सेवाओं के बारे में जानकारी भी प्राप्त की।
पैथालोजी के निरीक्षण के दौरान लैब टेक्निशियन शमशाद अहमद व पीयूष उपस्थित पाये गये। डीएम द्वारा जांच रिपोर्ट सम्बन्ध में जानकारी करने पर बताया गया कि पैथालोजी के माध्यम से 02 से 03 घण्टे में रिपोर्ट उपलब्ध करा दी जाती है। यहां पर अभिलेखों के अवलोकन में कोई प्रतिकूल तथ्य प्रकाश में नहीं आया। वार्डों के निरीक्षण के मरीज़ भर्ती पाये गये। अल्बत्ता बेड शीट व साफ-सफाई में कुछ कमी पायी गयी। डीएम ने निर्देश दिया कि मानक के अनुसार बेड शीट को बदला जाए तथा साफ-सफाई पर विशेष ध्यान दें। बीपीएमयू कक्ष के निरीक्षण के दौरान डीएम ने विगत 05 वर्षों के वित्तीय रिकार्ड की जांच कराये जाने के निर्देश दिये।
कोल्डचेन व्यवस्था के निरीक्षण के दौरान 02 आई.एल.आर. व 02 डीप फ्रीज़र क्रियाशील अवस्था में पाये गये। प्रसव कक्ष के निरीक्षण के दौरान डीएम ने भर्ती महिलाओं एवं उनके तीमारदारों से वार्ता कर उपलब्ध कराई जा रही चिकित्सकीय सेवाओं के बारे में फीड बैक प्राप्त करते हुए निर्देश दिया कि भर्ती मरीज़ों को मानक के अनुसार भोजन एव ंनाश्ता उपलब्ध कराया जाय तथा निर्धारित प्रोटोकाल के अनुसार मरीज़ों को मरीज़ों को चिकित्सालय में रोका जाय।
निरीक्षण के दौरान डीएम ने मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ. एस.के. सिंह को निर्देश दिया कि सभी सीएचसी के गेट, ओ.पी.डी. कक्षों सहित महत्वपूर्ण महत्वपूर्ण स्थलों पर सीसीटीवी कैमरे लगाये जाएं तथा सीसीटीवी कैम्रों का लिंक जिला मुख्यालय पर रखें ताकि वहां से सीएचसी की गतिविधियों की मॉनीटरिंग की जा सके। सीएचसी के बाहर संचालित पैथालोजी व अल्ट्रासाउण्ड सेन्टरों पर निगरानी रखी जाय। चिकित्सा को पाबन्द करें कि किसी मरीज़ को बाहर की दवा न लिखे और न ही प्राईवेट प्रेक्टिस करें। एम्बुलेन्स में इन्वेन्टरी लगवायें। अधीक्षक डॉ. नरेन्द्र कुमार सिंह को निर्देश दिया गया कि चिकित्सालय भवन, परिसर, प्रसाधन, वार्ड, ओपीडी इत्यादि को साफ सुथरा रखा जाय।
डीएम ने सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र फखरपुर का किया निरीक्षण
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