मुख्यमंत्री ने जनपद गोरखपुर में निर्माणाधीन महायोगी गुरु गोरखनाथ
आयुष विश्वविद्यालय के निर्माण कार्यों की भौतिक समीक्षा की
महायोगी गुरु गोरखनाथ आयुष विश्वविद्यालय
के निर्माण कार्यों में तेजी लाने के निर्देश
आगामी 04 माह में विश्वविद्यालय के
कुलपति का आवास पूर्ण कर लिया जाए
आयुष विश्वविद्यालय के निर्माण में गुणवत्ता एवं
समयबद्धता पर विशेष ध्यान दिया जाए
विश्वविद्यालय के निर्माण कार्यों की नियमित समीक्षा के साथ ही निर्माण
की गुणवत्ता सुनिश्चित करने के लिए टी0ए0सी0 जांच करायी जाए
यह सुनिश्चित किया जाए कि विश्वविद्यालय
के वास्तु में भारतीयता दिखायी दे
लखनऊ। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी ने महायोगी गुरु गोरखनाथ आयुष विश्वविद्यालय के निर्माण कार्यों में तेजी लाने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा कि आयुष विश्वविद्यालय का निर्माण कार्य अगस्त, 2023 तक पूर्ण कर लिया जाए। आगामी 04 माह में विश्वविद्यालय के कुलपति का आवास पूर्ण कर लिया जाए। मुख्यमंत्री जी आज जनपद गोरखपुर के पिपरी (भटहट) में निर्माणाधीन महायोगी गुरु गोरखनाथ आयुष विश्वविद्यालय के निर्माण कार्यों की भौतिक समीक्षा कर रहे थे। इसके उपरान्त, अधिकारियों के साथ एक बैठक के दौरान उन्होंने कहा कि प्रदेश के प्रथम आयुष विश्वविद्यालय के निर्माण में गुणवत्ता एवं समयबद्धता पर विशेष ध्यान दिया जाए। उन्होंने जिलाधिकारी, गोरखपुर को निर्देशित किया कि विश्वविद्यालय के कार्यों की प्रगति के सम्बन्ध में जवाबदेही तय की जानी चाहिए। निर्माण कार्य समयबद्ध ढंग से पूर्ण न होने पर जिम्मेदारों के विरुद्ध कठोरतम कार्यवाही की जाए। विश्वविद्यालय के निर्माण कार्यों की नियमित समीक्षा के साथ ही निर्माण की गुणवत्ता सुनिश्चित करने के लिए टी0ए0सी0 जांच भी करायी जाए। उन्होंने कहा कि यह सुनिश्चित किया जाए कि विश्वविद्यालय के वास्तु में भारतीयता दिखायी दे। उल्लेखनीय है कि भारत के राष्ट्रपति श्री रामनाथ कोविंद जी ने 28 अगस्त, 2021 को महायोगी गुरु गोरखनाथ आयुष विश्वविद्यालय का शिलान्यास किया था। 199980.72 वर्गमीटर क्षेत्रफल में बन रहे इस विश्वविद्यालय में प्रशासनिक भवन, अकादमिक भवन, अस्पताल, पुस्तकालय, प्रेक्षागृह, संग्रहालय, बालक एवं बालिका छात्रावास के अलावा, कुलपति व अन्य स्टाफ के लिए आवासीय भवन बनाए जाने हैं। आयुष विश्वविद्यालय परिसर में विद्यार्थियों की पाठ्येत्तर गतिविधियों के लिए तीन खेल के मैदान भी बनाए जाएंगे।