समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री श्री अखिलेश यादव ने कहा है कि भारत में नोटबंदी से देश की अर्थव्यवस्था बिगड़ती जा रही है। नोटबंदी से उन्हें तकलीफ पहुंची है जिन्होंने कभी कालाधन नहीं बनाया। जिन्होंने कालाधन बनाया वे देश छोड़कर चले गए। चलन में जो रूपया था वही रिजर्व बैंक में वापस आ गया। बाहर का कालाधन वापस नहीं आया। जीडीपी में भारी गिरावट आ गई है। यह अपरिपक्व फैसला था। भाजपा ने साजिशन चुनाव जीतने के लिए यह सब किया।
श्री यादव ने कहा कि नोटबंदी से गरीब किसान, नौजवान, को कुछ नहीं मिला। व्यापार खत्म हुआ। भाजपा ने देश की जनता का भरोसा छोड़ दिया है। उन्होंने अंतर्राष्ट्रीय स्थिति का जिक्र करते हुए कहा कि अमेरिका ने 22 हजार बार झूठ बोला था। अपने देश में प्रधानमंत्री जी और मुख्यमंत्री जी के झूठ की गणना कर ली जाए तो संख्या लाख तक पहुंच जाएगी। उन्होंने कहा कि जनता अब वैसे ही बदलाव के मूड में है।
श्री अखिलेश यादव ने कहा कि समाज में नफरत फैलाने वाली ताकतों का अंत हो रहा है। उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार ने उत्तर प्रदेश में लाखों नौजवानों की भर्ती का वादा किया था। मुख्यमंत्री जी को यह याद नहीं कि किसान को धान का न्यूनतम समर्थन मूल्य नहीं मिला। उसके इस्तेमाल का डीजल मंहगा कर दिया। भाजपा नहीं बता रही है कि उसने कहां बिजली बनाई है। मीटर में गड़बड़ी है, ज्यादा बिल वसूला जा रहा है। मंहगाई की चर्चा में कहा कि लोहिया जी की दाम बांधो नीति लागू होगी।
श्री यादव ने कहा काशी में सांस्कृतिक धरोहरें तथा ऐतिहासिक मंदिर नष्ट कर दिए गए हैं। गंगा की कसम खाने वालों ने गंगा साफ नहीं किया। जो काम काशी में सौंदर्यीकरण का समाजवादी सरकार में हुआ था वह भी बर्बाद हो रहा है।
श्री अखिलेश यादव ने कहा कि अन्याय और अत्याचार के खिलाफ समाजवादी कार्यकर्ताओं ने संघर्ष किया और जेल यातनाएं सही हैं। कांग्रेस और भाजपा की समान नीतियां है। इन दोनों से बराबर की दूरी रखना है। भाजपा को उत्तर प्रदेश में हराने का लक्ष्य है। समाजवादी पार्टी के कार्यकर्ताओं को साइकिल पर नज़र रखनी होगी। सन्2022 में निर्णायक चुनाव होने हैं। जनता समाजवादी सरकार बनाएगी यह लोकतंत्र के लिए शुभ रहेगा।
नोटबंदी से गरीब किसान, नौजवान, को कुछ नहीं मिला : अखिलेश यादव
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