बहराइच । आईजीआरएस सन्दर्भों की समीक्षा हेतु मंगलवार को देर शाम कलेक्ट्रेट सभागार में आयोजित बैठक के दौरान जिलाधिकारी मोनिका रानी ने कहा कि जन शिकायतों का निस्तारण शासन की शीर्ष प्राथमिकता का कार्यक्रम है समन्वित शिकायत निवारण प्रणाली (आईजीआरएस) के समयबद्ध निस्तारण हेतु मा. मुख्यमंत्री जी द्वारा निरन्तर समीक्षा की जा रही है एवं समय-समय पर विडियो कान्फ्रेन्सिंग भी की जा रही है। डीएम ने कहा कि आईजीआरएस सन्दर्भों का गुणवत्तापरक निस्तारण समयावधि से पूर्व कराये जाने के सम्बन्ध में शासन, आयुक्त एवं स्वयं मेरे द्वारा भी जिले के अधिकारियों को बार-बार लिखित एवं मौखिक रूप से निर्देशित किया गया है।
डीएम ने सभी सम्बन्धित अधिकारियों को निर्देश दिया कि संदभों के लिए नियत तिथि से पूर्व ही आख्या उपलब्ध करायी जाय जिससे प्रभारी अधिकारी आईजीआरएस एवं परिवाद द्वारा परिक्षणोपरान्त पोर्टल पर लोड किया जाय। डीएम ने अधिकारियों को सचेत किया कि नियत तिथि के दिन आख्या उपलब्ध कराने की परिपाटी से परहेज़ करें और आख्या भेजने से पूर्व विभागीय अधिकारी उसकी जांच परख स्वयं कर लिया करें। सम्बन्धित अधिकारियों को यह भी निर्देश दिया गया कि लम्बित सन्दर्भों की स्वयं तत्काल समीक्षा कर लें तथा व्यक्तिगत ध्यान देकर आवेदक को सुनते हुए उसकी समस्या का सम्यक समाधान कराते हुए आईजीआरएस वेबसाइट पर विलम्बतम 01 सप्ताह के भीतर अनिवार्य रूप से आख्या को (अपलोड) करायें।
डीएम ने समस्त जिला स्तरीय अधिकारियों को निर्देश दिया है कि जांच/निस्तारण के समय भ्रमण की तिथि, शिकायतकर्ता का संस्तुष्टि प्रमाण पत्र, उपस्थिति, 02 निष्पक्ष व्यक्तियों के हस्ताक्षर व मोबाइल नम्बर तथा स्थल की जियोटैग फोटो अनिवार्य रूप से अपनी आख्या में अंकित करायें, क्योंकि मा. मुख्य मंत्री द्वारा स्वयं तथा शासन द्वारा शिकायतकर्ता से सीधे संवाद करके उसकी शिकायत के समाधान के सम्बन्ध में जानकारी प्राप्त करके ग्रेडिंग की जाती है। डीएम ने सचेत किया ग्रेडिंग के समय यदि शिकायतकर्ता द्वारा की गई शिकायत का समाधान नही पाया जाता है अथवा कोई विपरीत स्थिति उत्पन्न होती है, तो उसका पूर्ण उत्तरदायित्व सम्बन्धित अधिकारी को होगा।
डीएम ने अधिकारियों से कहा कि आईजीआरएस पोर्टल पर मा. मुख्यमंत्री जी के जनता दर्शन लखनऊ/गोरखपुर/कार्यालय, शासन, परिषद, आयुक्त, आयोग तथा जिलाधिकारी के स्तर से प्राप्त/प्रेषित सन्दर्भों का गुणवत्तापरक निस्तारण सर्वाेच्च प्राथमिकता कराया जाय तथा नियत तिथि से पूर्व विलम्बतम 01 सप्ताह के भीतर आख्या को प्रेषित/अपलोड किया जाय। डीएम ने निर्देश दिया कि मा. मुख्यमंत्री जी के जनता दर्शन लखनऊ/गोरखपुर/कार्यालय द्वारा सीधे प्राप्त संदर्भों का बिना समुचित परीक्षण किये आख्या/निस्तारण में सरसरी आख्या न प्रेषित की जाए। डीएम ने अधिकारियों सचेत करते हुए कहा कि मुख्यमंत्री कार्यालय को आप द्वारा प्रेषित आख्या में यदि सी-श्रेणी प्राप्त होती है तो उसके लिए सम्बन्धित अधिकारी ज़िममेदार होंगे।
इस अवसर पर मुख्य विकास अधिकारी मुकेश चन्द, अपर जिलाधिकारी गौरव रंजन श्रीवास्तव, मुख्य राजस्व अधिकारी देवेन्द्र पाल सिंह, मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ संजय शर्मा, जिला पूर्ति अधिकारी नरेन्द्र तिवारी, जिला गन्ना अधिकारी आनन्द शुक्ला, ईओ प्रमिता सिंह, नोडल सरयू नहर खण्ड दिनेश कुमार, अधिशाषी अभियन्ता विद्युत शैलेन्द्र कुमार सहित अन्य सम्बन्धित अधिकारी मौजूद रहे।
समयावधि से पूर्व कराएं आईजीआरएस सन्दर्भों का निस्तारण: डीएम
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