बहराइच । प्रभागीय वनाधिकारी बहराइच ने बताया कि तहसील महसी व थाना खैरीघाट अन्तर्गत ग्राम-कोरियनपुरवा, दाखिला भवानीपुर, पोस्ट-गरेठी गुरुदत्त सिंह में 11 सितम्बर 2024 को रात्रि लगभग 10:30 बजे श्रीमती पुष्पा पत्नी प्रताप आयु लगभग 50 वर्ष को किसी अज्ञात जानवर द्वारा घायल किये जाने की सूचना प्राप्त हुई है। घायल महिला का सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र, महसी में उपचार के पश्चात् जिला अस्पताल बहराइच रेफर कर दिया गया है।
डीएफओ ने बताया कि उक्त घटना के सम्बन्ध में सूचना प्राप्त होने पर क्षेत्रीय वनाधिकारी, बहराइच द्वारा तत्काल मौके का स्थलीय निरीक्षण किया गया। निरीक्षण के दौरान मौके पर कहीं भी भेड़िया का पगचिन्ह नहीं पाया गया। जो पगचिन्ह पाया गया वह भेड़िया के पगचिन्ह से मेल नहीं खाता है। इस सम्बन्ध में डब्लू.टी.आई. के विशेषज्ञ शहीर खान ने भी बताया कि प्राप्त पदचिन्ह भेड़िया का पगचिन्ह नहीं है। घटना स्थल व आसपास के क्षेत्र का ड्रोन से निरीक्षण करने पर कोई जानवर नहीं पाया गया।
डीएफओ ने बताया कि 11/12 को महसी तहसील अन्तर्गत घाघरा नदी के कछारी क्षेत्रों में उपद्रवी भेड़िया के सक्रियता प्रभावित क्षेत्र को निगरानी की दृष्टि से 03 सेक्टरों में बॉटकर सेक्टर प्रभारियों को तैनात किया गया है। जिनके नेतृत्व उपद्रवी भेड़िया को रेस्क्यू करने हेतु रेस्क्यू टीमों द्वारा 04 थर्मल ड्रोनों की सहायता से उपद्रवी भेडिया को ग्रामीणों द्वारा बताये गये स्थानों पर खोजने की कार्यवाही की गयी तथा संवेदनशील क्षेत्रों में भी ड्रोन चलाकर उपद्रवी भेड़िया को खोजने की कार्यवाही की गयी, किन्तु उपद्रवी भेड़िया ड्रोन कैमरों द्वारा लोकेट नहीं हो सका।
डीएफओ ने बताया कि रेस्क्यू टीमों द्वारा कैमरा ट्रैपस को संवेदनशील क्षेत्रों में स्थापित कर उपद्रवी भेड़िया के आवागमन को खोजने की कार्यवाही की गयी, किन्तु उपद्रवी भेडिया कैमरा ट्रैपस द्वारा लोकेट नहीं हो सका। गश्ती टीमों द्वारा पैदल चलकर उपद्रवी भेड़िया के पगमार्क खोजने की कार्यवाही की गयी, परन्तु उपद्रवी भेडिया के पगमार्क नहीं मिल सके। डीएफओ ने बताया कि जन जागरूता टीमों द्वारा गाँवों में पोस्टर व बैनर लगाकर संगोष्ठी/बैठकों के माध्यम से ग्रामीण जनों को उपद्रवी भेडिया से बचाव हेतु जागरूक करने की कार्यवाही की गयी।
इसके अलावा प्रभाग स्तर पर स्थापित कमांड सेंटर द्वारा दिवारात्रि टीमों एवं गश्ती दलों से सूचनाओं को प्राप्त कर वरिष्ठ अधिकारियों को अवगत कराते हुए उनसे प्राप्त दिशा निर्देशों को गश्ती टीमों को अनुपालनार्थ प्रेषण की कार्यवाहियों की गयी। वरिष्ठ अधिकारियों द्वारा भी उपद्रवी भेड़िया के सक्रियता प्रभावित क्षेत्र का दिवारात्रि गश्त करने की कार्यवाही की गयी। गश्ती टीमों द्वारा अति संवेदनशील प्रभावित ग्रामों के बाहरी क्षेत्रों में पटाखों को दगाकर उपद्रवी भेड़िया के गाँवों में प्रवेश से रोकने की कार्यवाही के साथ-साथ जन जागरूकता के तहत प्रभावित क्षेत्रों के समस्त ग्रामवासियों को रात्रि में अपने घरों के अन्दर दरवाजा बन्द करके सुरक्षित सोने के लिए प्रेरित किया जा रहा है।
घटना स्थल के निरीक्षण में नहीं मिले भेड़िया के पगचिन्ह: डीएफओ
Advertisement
Advertisement
Advertisement