बहराइच। जिलाधिकारी मोनिका रानी ने वैदिक मंत्रोच्चार के बीच मॉ सरस्वती के चित्र पर माल्यार्पण एवं दीप प्रज्ज्वलित कर जनपद में नवनियुक्त 105 लेखपालों का महाराज सिंह इण्टर कालेज में आयोजित 01 वर्षीय प्रशिक्षण कार्यक्रम का शुभारम्भ किया। इस अवसर पर मुख्य राजस्व अधिकारी देवेन्द्र पाल सिंह, उप जिलाधिकारी सदर राकेश कुमार मौर्या, प्रशिक्षण विद्यालय के प्रधानाचार्य/तहसीलदार सदर अनिरूद्ध कुमार यादव सहित प्रशिक्षु मौजूद रहे। इस अवसर पर महाराज सिंह कालेज के शिक्षक नान बाबू पाण्डेय द्वारा मत्रोच्चार का वाचन किया। जबकि शिक्षिका शिवांगी राज द्वारा सरस्वती वन्दना प्रस्तुत की गई।
प्रशिक्षण कार्यक्रम को सम्बोधित करती हुईं डीएम मोनिका रानी ने कहा कि लेखपाल राजस्व विभाग का महत्वपूर्ण अंग हैं। डीएम ने कहा कि लेखपाल का सबसे महत्वपूर्ण कार्य भूमि की पैमाईश एवं अंश निर्धारण है। गांवों में लोगों के बीच अधिकतर वाद-विवाद भूमि पैमाईश एवं अंश निर्धारण को लेकर सामने आते हैं। डीएम ने प्रशिक्षण के लिए नामित अधिकारियों को निर्देश दिया कि सभी प्रशिक्षुओं को भूमि पैमाईश कार्य में पूरी तरह से दक्षता प्रदान करें। डीएम ने सीआरओ को निर्देश दिया कि प्रशिक्षण सत्र के दौरान पैमाईश कार्य में दक्ष लेखपालों को बुलाकर प्रशिक्षुओं को भूमि पैमाईश का व्यवहारिक प्रशिक्षण भी दिलाया जाय।
डीएम ने प्रशिक्षुओं का आहवान किया कि पूर्ण मनोयोग के साथ प्रशिक्षण प्राप्त करें ताकि आप अपने पदेन उत्तरदायित्वों का बेहतर ढंग से निर्वहन कर आमजन की समस्याओं का समाधान कर सकें। डीएम ने कहा कि सरकारी सेवा को मात्र सेवा तक ही सीमित न रखें बल्कि इसे लोगों की सेवा के अवसर के रूप में देखें। डीएम ने प्रशिक्षु लेखपालों को सुझाव दिया कि भू-लेख नियमावली, राजस्व संहिता के बारे में भी विधिवत जानकारी प्राप्त करें।
लेखपालों के एक वर्षीय प्रशिक्षण कार्यक्रम का डीएम ने किया शुभारम्भ
Advertisement
Advertisement
Advertisement